ब्यूरो रिपोर्ट (News Flash INDIA ) :उत्तरप्रदेश के जनपद कुशीनगर में शादी की हल्दी रस्म के दौरान एक हादसा ने 13 जिंदगियों को मौत के रंग में रंग दिया । जहाँ रस्म कार्य के दौरान नेबुआ नौरंगिया थाने के नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में मटीकोड़वा (विवाह से पहले एक कार्यक्रम ) के दौरान कुएं के स्लैब पर महिलाएं और बच्चियां खड़ी थीं इसी दौरान कुएं का स्लैब टूटकर कुए में जा गिरा। कुएं का स्लैब गिरने से उस पर खड़ी 22 महिलाएं और बच्चियां कुएं में जा गिरे।
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अचानक हुए इस हादसे ने शादी के खुशियों को चीख पुकार में बदल दिया ।चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने राहत बचाव कार्य शुरू करते हुए पुलिस की गाड़ियों से ही घायलों को अस्पताल भेजना शुरू किया। इस मामले में चश्मदीदों की मानें तो हादसे की सूचना देने के घंटे बाद तक भी एंबुलेंस अथवा चिकित्सीय मदद मौके पर नहीं पहुंची जिसके चलते मौत का आंकड़ा इतना बढ़ गया ।
मौके पर अंधेरा होने के कारण राहत बचाव कार्य में काफी परेशान हो रही थी। किसी तरह से सीढ़ी जोड़कर करीब 9 लोगों को बचाया गया लेकिन 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में महिलाएं और बच्चियां शामिल हैं। सूचना पाकर मौके एडीजी गोरखपुर , कमिश्नर गोरखपुर , डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का मुआयना किया
- कैसे हुआ यह हादसा, कौन हैं इन मौतों का जिम्मेदार ?
नेबुआ नौरंगिया थाने के नौरंगिया गांव के स्कूल टोले पर रहने वाले परमेश्वर कुशवाहा के बेटे की गुरुवार को विवाह होना है। बुधवार की रात हल्दी की रस्म निभाई जा रही थी। परिवार और पास-पड़ोस की महिलाएं गांव के कुएं पर मटकोड़ करने गई थीं। इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चे भी उनके साथ थे। मटकोड़ का कार्यक्रम चल रहा था। कार्यक्रम को देखने के लिए कुछ महिलाएं और बच्चियां कुएं की जगत और उस पर रखे स्लैब पर चढ़ गए। पुराना होने और ज्यादा भार पड़ने से अचानक से स्लैब टूट गया। स्लैब पर खड़े बच्चे और महिलाएं कुएं में गिर गईं। कुएं में गिरने के बाद चीख पुकार मच गई जिसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीण बचाव कार्य में जुट गए। सूचना पाकर मौके पर नेबुआ नौरंगिया थाने के पुलिस जवान भी पहुंच गए बचाव कार्य करते हुए कई लोगों को बचा लिया गया लेकिन कुएं में डूबने से 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों ने स्वास्थय विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की सही समय पर इलाज और एंबुलेंस मिल जाती तो कई लोगों को बचाया जा सकता था लेकिन नजदीक के कोटवा सीएचसी पर न चिकित्सक थे और न ही एंबुलेंस सही समय पर पहुंची । मरने वालों में महिलाएं और बच्चियां शामिल हैं। मौके पर पहुंचे एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने बताया की घटना में 13 लोगों की मौत हुई है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम से बताया की घटना के कारणों की जांच की जाएगी और प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 - 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की जाएगी । साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा भी हादसे में मृतको को 2 -2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है
मातम में कैसे आएगी दुल्हन की डोली ?
कुए में डूबने से 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। कई परिवार ऐसे हैं जिनके यहां एक साथ तीन लोगों की मौत हुई है। एक साथ 13 लोगों की मौत से पूरा गांव गमगीन हो गया है बड़ी संख्या में लोग गांव में पहुंच रहे हैं। तो वहीं जिस परिवार में विवाह की रस्में की जा रही थीं। उस परिवार के मुखिया परमेश्वर कुशवाहा का कहना है की अब तो किसी कीमत पर बारात नहीं जाएगी।उन्होंने कहा जो लोग मरे हैं वो सब मेरे ही परिवार के है। इसलिए बारात नहीं जाएगी लेकिन लड़की की जिंदगी ना खराब हो इसलिए अगर जरूरत होगी, तो केवल लड़का घर के किसी बड़े व्यक्ति को साथ ले जाकर विवाह करने जायेगा ।
हादसे में मृतकों की सूची
1- पूजा पुत्री बलवंत यादव - 19 वर्ष
2- पूजा पुत्री राम बहाली चौरसिया - 20 वर्ष
3- शशि कला पुत्री मदन चौरसिया - 15 वर्ष
4- शकुंतला देवी पत्नी भोला चौरसिया -35 वर्ष
5- ममता देवी पत्नी रमेश चौरसिया- 35 वर्ष
6- मीरा पुत्री सुभग विश्वकर्मा- 25 वर्ष।
7- परी पुत्री राजेश चौरसिया- 14 वर्ष
8- ज्योति पुत्री रामबली चौरसिया- 15 वर्ष
9- राधिका पुत्री महेश कुशवाहा - 16 वर्ष
10- सुंदरी पुत्री प्रमोद कुशवाहा- 8 वर्ष
11- आरती पुत्री इंद्र जीत चौरसिया - 15 वर्ष
12- मोनू पुत्री सरवन - 15 वर्ष
13- वृंदा - पुत्री मंगरू - 15 वर्ष