ब्यूरो रिपोर्ट - (News Flash INDIA)- यूपी के जनपद बलिया की सीयर विकास खंड के जजौली के ग्राम विकास अधिकारी को अपने दफ्तर में साथियों के साथ जाम छलकाना भारी पड़ा गया। वीडियो काफी वायरल हुआ था और ग्राम प्रधान की ओर से मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई थी। मामला संज्ञान में आने के बाद प्रशासन हरकत में आया। डीपीआरओ ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करते हुए जांच बैठा दी है।
सीयर विकास खंड में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार मंजुल का ब्लाक परिसर स्थित अपने ऑफिस में साथियों के साथ शराब के जाम हाथो में लिए वीडियो व फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसके साथ ही सीयर ब्लॉक के जजौली गांव की ग्राम प्रधान मालती सिंह द्वारा भी अधिकारियों से अनेक शिकायत की गयी थी जिनमे उन्होंने प्रमोद कुमार मंजुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के विकास कार्यों में उनकी रुचि नही हैं । रोस्टर के मुताबिक गांव में उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती है। गांव के विकास कार्य अवरुद्ध पड़े हैं।पंचायत भवन का निर्माण के लिए पांच लाख रुपये निकाल लिया गया है। पंचायत भवन का कार्य अधूरा पड़ा है। पंचायत भवन के निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्रियों का बकाया होने के चलते दुकानदार द्वारा बार-बार मुझसे भुगतान की मांग की जा रही है।इसके अलावा मनरेगा मद से कराए जा रहे गांव के विकास कार्यों के भुगतान के समय भी धनउगाही की जाती है।
वायरल वीडियो ने जिला प्रशासन में हड़कंप मच दिया । मंगलवार को डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव ने प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया। भ्रष्टाचार और कार्यस्थल पर भी शराब के नशे में सबके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोपों की जांच बैठा दी गयी है।