Live : नन्हे मासूम बच्चे पर आवारा जानवर का हमला सीसीटीवी में कैद , नकारा नगरपालिका अध्यक्ष के चलते हापुड में स्थिति बेहद भयावह , आंकड़े आए सामने

धर्मनगरी वृंदावन हो या मिनी वृंदावन के नाम से ख्याति प्राप्त जनपद हापुड , आवारा पशुओं के आतंक से हर जगह लोग शासन प्रशासन से खोखली उम्मीद लगाए बैठे हैं पर नकारा सिस्टम को समाज की इस गंभीर समस्या में अभी कोई दिलचस्पी तक नहीं तो कार्यवाही की बात या उम्मीद करना तो बेईमानी सा लगा रहा है।

ब्यूरो रिपोर्ट : News Flash INDIA: आवारा पशुओं के बढ़ते आतंक ने लोगों को ऐसी गंभीर समस्या में डाल दिया है जहां अब आवारा पशुओं के हमले बड़े बुजुर्गों से लेकर नन्हे मासूम बच्चों पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

जिम्मेदारों के लिए यह मामले कोई समस्या ही नही है लेकिन पीड़ित जनता ऐसे हमलो के कारण बेहद त्रस्त और असहाय महसूस कर रही है । धर्मनगरी वृंदावन हो या मिनी वृंदावन के नाम से ख्याति प्राप्त जनपद हापुड , आवारा पशुओं के आतंक से हर जगह लोग शासन प्रशासन से खोखली उम्मीद लगाए बैठे हैं पर नकारा सिस्टम को समाज की इस गंभीर समस्या में अभी कोई दिलचस्पी तक नहीं तो कार्यवाही की बात या उम्मीद करना तो बेईमानी सा लगा रहा है।

ऐसे ही एक हमले का सीसीटीवी फुटेज भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा - वृंदावन से सामने आई है जहां एक 5 साल के मासूम बच्चे पर बंदरों ने झुंड बनाकर हमला कर दिया जिसमे मासूम बच्चा गंभीर घायल हो गए । बच्चे के पिता एक मंदिर में पुजारी है जिन्होंने कैमरे पर अपना दर्द बयां किया। बच्चा घर से बाहर निकला ही था की बंदरो ने मासूम को घेर कर हमला कर दिया जिसको बमुश्किल स्थानीय लोगो ने बचाया।

  • पुष्पा देवी को हापुड नगरपालिका अध्यक्ष चुनने वाली जनता अब स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रही?

जनपद हापुड़ में भी आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक चरम सीमा पर है लेकिन जनपद हापुड़ में जिम्मेदार नगरपालिका के अधिकारियों का इस ओर कोई भी ना तो ध्यान है। और ना ही उन्हें जनता की इस समस्या में कोई गंभीरता नजर आ रही है।

बीएसपी प्रत्याशी द्वारा  हापुड़ नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद एक और भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है तो दूसरी ओर जनता की आम समस्याओं को भी अब सुनने वाला कोई नहीं है। जिससे बेहद उम्मीदों से पुष्पा देवी को हापुड नगरपालिका अध्यक्ष चुनने वाली जनता अब स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रही है।

बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी सुयश वशिष्ठ द्वारा इस गंभीर समस्या को उठाते हुए नगर पालिका के अधिकारियों को लिखित रूप में अवगत कराते हुए कार्यवाही को मांग की गई है।

  • हापुड जनपद के जून माह के भयावह आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता

सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनपद हापुड़ में आवारा पशुओं कुत्ते बंदर आदि के हमले बेहद तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। जिसमें सबसे भयावह स्थिति हापुड़ नगर पालिका क्षेत्र की है। हापुड़ के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी जून 2024 माह के आंकड़ों के अनुसार

हापुड जनपद के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में 541 लोग आवारा कुत्तों और 37 लोग बंदरो आदि आवर पशुओं का शिकार हुए हैं 

हापुड जनपद के धौलाना क्षेत्र में 518 लोग आवारा कुत्तों और 154 लोग बंदरो आदि आवर पशुओं का शिकार हुए हैं।

हापुड जनपद के सिंभावली क्षेत्र में 434 लोग आवारा कुत्तों और 13 लोग बंदरो आदि आवर पशुओं का शिकार हुए हैं 

इन सभी क्षेत्र में कुल जितने मामले सामने आए हैं उससे कहीं अधिक मामले सिर्फ हापुड नगर में रिपोर्ट हुए है। हापुड़ नगर पालिका क्षेत्र में रिकॉर्ड मामले दर्ज होने के बाद भी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि सत्ता की मलाई का मजा लेने में व्यस्त हैं।जिनका जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नही है। हापुड जनपद के हापुड़ नगर क्षेत्र में 2842 लोग आवारा कुत्तों और 89 लोग बंदरो आदि आवर पशुओं का शिकार हुए हैं ।