स्कूली वाहनों ने तोड़े नियम , तो उठेंगे कड़े कदम ARTO रमेश कुमार चौबे स्कूल संचालक और अभिभावकों के लिए विशेष कड़ी हिदायत। चेतावनी जारी

स्कूली वाहनों ने तोड़े नियम , तो उठेंगे कड़े कदम ARTO रमेश कुमार चौबे स्कूल संचालक और अभिभावकों के लिए विशेष कड़ी हिदायत। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशों पर चल रहा है अभियान स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों पर कार्यवाही युद्ध स्तर पर चलाई जा रही है। इस कार्यवाही के दौरान दो दर्जन से ज्यादा ऐसे वाहनों को लेकर चेतावनी का नोटिस जारी किया गया है जो स्कूली छात्रों के लिए किसी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं।

  • स्कूली वाहनों ने तोड़े नियम , तो उठेंगे कड़े कदम - ARTO रमेश कुमार चौबे
  • स्कूल संचालक और अभिभावकों के लिए विशेष कड़ी हिदायत। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशों पर चल रहा है अभियान 

ब्यूरो रिपोर्ट - News Flash INDIA :- जनपद हापुड़ में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों पर कार्यवाही युद्ध स्तर पर चलाई जा रही है। इस कार्यवाही के दौरान दो दर्जन से ज्यादा ऐसे वाहनों को लेकर चेतावनी का नोटिस जारी किया गया है जो स्कूली छात्रों के लिए किसी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं

जिनका समय नियमों के अनुसार पूरा हो चुका है ऐसे वाहनों को चिन्हित करते हुए विभिन्न स्कूलों को कड़ी चेतावनी दी गई है। और मानकों को पूरा करने के लिए डोर टू डोर अभियान चलाकर कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं।

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में स्कूलों में चलने वाली ट्रांसपोर्ट सर्विस के वाहनों को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए कड़े निर्देश जारी किए थे जिसको लेकर एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे, द्वारा जनपद हापुड़ में मानकों के विपरीत चलने वाले वाहनों को चिन्हित करके उन पर कार्यवाही की जा रही है। 

  • अब तक की कार्यवाही में क्या हुआ? 

हापुड के एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारी रमेश कुमार चौबे ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार अनफिट स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है और उनको जागरूक भी किया जा रहा है आंकड़ों के अनुसार जनपद हापुड़ में लगभग 536 स्कूली वाहन है जिनमें से अब तक करीब 450 वाहनों की चेकिंग / इंस्पेक्शन की जा चुकी हैं।  करीब 28 वाहनों का चालान किया गया है। साथ ही ऐसे वाहनों का भी चिन्हीकरण किया गया है जिनका 10 वर्ष का समय पूरा हो चुका है और एनजीटी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार चिन्हित योग्य है ऐसे वाहनों को लेकर भी कड़े निर्देश स्कूल प्रशासन को जारी किए गए हैं।

  • कुल 28 स्कूली वाहनों को लेकर जारी किए सख्त आदेश?

स्कूली वाहनों की सुरक्षा जांच प्रक्रिया के दौरान करीब 28 ऐसे स्कूली वाहनों को विभाग द्वारा चिन्हित किया गया, जिनमे नियमों और मानकों के विपरीत स्कूली छात्र-छात्राओं को पिक एंड ड्रॉप किया जा रहा था। ऐसे स्कूली वाहनों से संबंधित कई नामी स्कूलों को कड़ी चेतावनी दी गई है।

और उनसे शपथ पत्र लेकर ऐसे वाहनों के संचालन को तत्काल बंद करने का निर्देश जारी किया गया है। ऐसे वहान जो फिटनेस की मानकों के अनुरूप नहीं है उनके लिए अति शीघ्र फिटनेस मानक पूरा करने की हिदायत दी गई।

  • सुगम प्रक्रिया के लिए हेल्प डेस्क डेस्क करेगा मदद 

एआरटीओ प्रवर्तन ने बताया कि कड़े निर्देश जारी करने के साथ-साथ प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक हेल्प डेस्क भी कार्यालय पर स्थापित की गई है । जहां से फिटनेस संबंधी सभी कार्य पूरा करने के लिए पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है। और जो भी सहायता विभाग द्वारा दी जा सकती है वह उपलब्ध चलाई जाएगी। 

  • अभिभावकों पर भी बच्चो की सुरक्षा का जिम्मा , किस तरह निभाएं अपनी जिम्मेदारी?

 कई स्कूलों में छोटे वालों को स्कूली बच्चों को पिक एंड ड्राप करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है ऐसे स्कूलों में अक्सर अभिभावकों द्वारा वाहन स्वामी से संपर्क साधकर निजी तौर पर बच्चों को स्कूल से लाने और ले जाने की व्यवस्था की जाती है

Arto प्रवर्तन ने बताया कि इस प्रकार की व्यवस्था को लेकर अभिभावकों को भी जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे वाहनों को ही अटैक करें जिनके कागज सही हो और जो वैधानिक रूप से भी स्कूल से अनुबंधित हो।

इस प्रकार की जानकारी के अभाव में अफसर बच्चों के अभिभावकों द्वारा अनफिट और ऐसे वाहनों को अटैच कर लिया जाता है जो एनजीटी के नियमों और मानकों को पूरा नहीं करते। ऐसी स्थिति में कभी बड़ी दुर्घटना हो जाती है तो उसमें जान माल का खतरा होने की संभावना बनी रहती है इसीलिए किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मानकों के अनुरूप ही वाहनों को अपने बच्चों के लिए चिन्हित और अनुबंधित करें।