Hapur : जान बचाने वाली एम्बुलेंस ने ही छीन ली जिंदगी , परिवार में मातम

Hapur : जान बचाने वाली एम्बुलेंस ने ही छीन ली जिंदगी , परिवार में मातम

ब्यूरो रिपोर्ट : News Flash INDIA - अक्सर एंबुलेंस को जीवनदायनी के नजरिए से देखा जाता है जो आपात स्थिति में लोगों के जीवन को बचाने में अहम योगदान देकर लोगो का जीवन बचाती है लेकिन जनपद हापुड़ में जीवन बचाने वाली एम्बुलेंस ही एक परिवार के लिए जानलेवा बन गई।

मामला जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र का है जहां लाखन गांव निवासी 46 वर्षीय सतीश किसी काम से छिजारसी गांव गये थे रोड पार करते समय एक तेज रफ्तार एम्बुलेंस ने उन्हें टक्कर मार दी । टक्कर इतनी भीषण थी कि इस हादसे में उनकी मौत हो गई। मृतक के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने  अज्ञात के खिलाफ आईपीसी 279 ,338 , 304-A  के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।

मृतक के बेटे ने पुलिस में जानकारी देते हुए बताया कि हापुड की तरफ से आ रही सफेद रंग की एम्बुलेंस ने उनके पिता को इतनी जोर से टक्कर मारी कि वे गम्भीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें आनन फानन में रामा हास्पिटल ले जाया गया ,जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जिस एम्बुलेंस ने उनके पिता की जान ली उस पर कोई नंबर प्लेट भी नहीं थी जिसका ड्राइवर बेहद लापरवाही से गाड़ी चला रहा था मृतक के बेटे ने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि बिना नम्बर की नई गाडी इको का ड्राईवर तेज रफ्तार व लापरवाही से गाड़ी चला रहा था जिसकी वजह से उनके पिता इस जानलेवा हादसे के शिकार हो गए और एक बेटे के सर से पिता का साया छीन गया। घटना के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है और बिना कुशल ट्रेनिंग के ऐसे एंबुलेंस चालक लोगो के लिए जानलेवा हादसों का कारण बन रहे है। जिस पर किसी का ध्यान नही।