चोरों से दोस्ती जनता से बैर । ऐसे पुलिस वालो की नही अब खैर , चौकी प्रभारी सहित 4 सस्पेंड
जांच में यह बात भी पता चली कि आरोपी पुलिसकर्मी पहले से ही इन चोरों को जानते थे। और लगातार उनसे फोन पर संपर्क में थे जिसका खुलासा कॉल डिटेल के माध्यम से हुआ। इसलिए उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।

ब्यूरो रिपोर्ट: News Flash INDIA: चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच, जब खाकी को दागदार करने वाले पुलिस कर्मियों से चोरों की दोस्ती हो जाए तो आम जनता किस से न्याय और सुरक्षा को उम्मीद करेगी।
लेकिन कुशल और ईमानदार पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में दागी पुलिस कर्मियों को अब सबक जरूर मिलना शुरू हो गया है
मामला ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र का है जहां वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की पैनी नजर के चलते खाकी वर्दी को दागदार करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हुई है । इस कार्यवाही में सूरजपुर कोतवाली की सूरजपुर कस्बा चौकी प्रभारी आलोक सिंह , हेड कांस्टेबल अश्वनी, सीमांत और कांस्टेबल अरविंद को चोरी जैसे गंभीर आपराधिक प्रकरणों में संदिग्ध भूमिका पाए जाने और कार्य में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया है।
- क्या है पूरा मामला ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार सूरजपुर कस्बे में स्थित एक नामी फैक्ट्री में चोर लगातार चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे चोरी करने के बाद सामान को क्षेत्रीय कबाड़ियों को बेच दिया जाता। यह सारा खेल में इन पुलिस कर्मियों की मिली भगत से काफी लंबे समय से चल रहा था। वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जानकारी होने पर इन सभी संदिग्ध पुलिसकर्मियों की जांच गोपनीय तरीके से शुरू कर दी गई। गोपनीय पुलिस जांच में सामने आया कि चोरी के मामले में कुछ दिन पहले आरोपी पुलिस कर्मियों ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था और उनके बाकी साथियों को छोड़ दिया गया । जांच में यह बात भी पता चली कि आरोपी पुलिसकर्मी पहले से ही इन चोरों को जानते थे। और लगातार उनसे फोन पर संपर्क में थे जिसका खुलासा कॉल डिटेल के माध्यम से हुआ। इसलिए उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।
वरिष्ठ अधिकरियों ने आरोपित पुलिस कर्मियों को कुछ मामलो की जांच भी सौंपी इसके निस्तारण में भी उनकी लापरवाही सामने आई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कराई गई गोपनीय जांच ने इन कानून के रखवालों के काले कारनामे की पोल खोल कर रख दी।