- यूपी में योगा को सांप्रदायिक मुद्दा बना कर माहौल बिगाड़ने की साजिश मुकद्दमा दर्ज।
- मदरसे में योग शिविर आयोजित करने पर मदरसे को धमकी , माहौल खराब करने के 6 आरोपियों पर मुकद्दमा दर्ज।
- क्या हैं मामले का मुंबई कनेक्शन?
- सुनिए पूरी कहानी एसपी सिटी की जुबानी।
ब्यूरो रिपोर्ट : बरेली:(NEWS FLASH INDIA) - देश और दुनिया के लिए योग ,निरोगी जीवन का मूल आधार बन चुका है लेकिन इसी के उलट समाज में व्याप्त असामाजिक तत्वों के लिए योग भी सांप्रदायिक विवाद का मुद्दा बन गया है । जो योग को एक धर्म विशेष के लिए विवादित बताकर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं
मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का है जिसके तार देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सहित कई अन्य राज्यों से जुड़े है जिसमे मदरसे के प्रबंधक और जिम्मेदार व्यक्ति को मदरसे में योग शिविर आयोजित करने पर धमकी देकर और समाज के अन्य लोगो को भड़काकर आतंकित करने का प्रयास किया। जिसपर पुलिस ने 6 लोगो सलमान हसन सिद्दीकी, मो उवैद रजा उर्फ समीर, मो शहजाद आलम, नूर आलम, अनीस आलम सिवानी, काजी मुश्ताक आलम निजामी कर्नाटक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया है।
- जानिए क्या है पूरा मामला.......
21 जून को विश्व योग दिवस का आगाज कर भारत ने विश्व के सामने योग के माध्यम से एकजुटता का संदेश दिया । तो यहीं विश्व को एकजुट करने वाला योग, कुछ मानसिक रूप से बीमार लोगो के लिए सांप्रदायिक रंग देकर समाज को तोड़ने का मुद्दा बन गया। मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का है जहां गरजे अहले सुन्नत दरगाहे आला-हजरत के प्रमुख और मुतावल्ली हरत मौलाना मोहम्मद सुव्हान रजा खाँ (सुब्हानी मियाँ) को मदरसा मजरे इस्लाम में योग शिविर आयोजित करने को लेकर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा निशाना बनाया गया और समाज का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। यह मदरसा उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ से मान्यता प्राप्त और उत्तर प्रदेश सरकार से अनुदानित है।
विश्व योग दिवस के मौके पर मदरसे में योग शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें मदरसे के प्रधानाचार्य शिक्षकों और छात्रों ने हिस्सा लिया था, इस योग शिविर की चर्चा मीडिया की सुर्खियों तक भी पहुंची और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसको जमकर सराहा ,लेकिन कुछ असामाजिक तत्व को यह इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने योग को ही सांप्रदायिक भावनाएं आहत करने और सामाजिक सौहार्द्र को भंग करने के लिए हथियार बना लिया और मदरसे में आयोजित हुए योगा शिविर को लेकर समाज में नफरती साजिश के संदेश फैलाने और मुस्लिम समाज के लोगो को भड़काकर गुमराह करने में जुट गए। और लोगो को यह संदेश वायरल करने लगे की ' उक्त लोगों ने योगा दिवस मनाकर कुफ्र और शिर्क का काम किया है और योगा दिवस मनाना इस्लाम में नाजायज, गलत और हराम है। इस तरह के नफराती संदेश के साथ ही एक आरोपी सलमान हसन ने अपने कुछ खास लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर दरगाह और दूरगाह प्रमुख और सज्जादा नशीन एवं मदरसा मजरे इस्लाम और उसके शिक्षकों व छात्रों के विरूद्ध धार्मिक भावनओ को आक्रोशित कर उकसाने के लिए एक धार्मिक जनसमूह को इस बात के लिए प्रेरित किया और उकसाया कि यह जनसमूह आक्रोशित होकर मदरसे में आयोजित हुए योगा शिविर के विरुद्ध वैचारिक, सोशल मीडिया प्लेटफार्म के साथ साथ भौतिक रूप से भी शारिरिक हमले करे।
सोशल मीडिया पर वायरल संदेश और दुष्प्रचार के बाद कई मोबाइल नंबरों से मदरसे के जिम्मेदार लोगों के पास धमकी भरे फोन आने लगे । माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों के दुष्प्रचार के कारण मामला इतना बढ़ गया कि मदरसे के उलेमा और तमाम संगठन से जुड़े पदाधिकारी दरगाह प्रमुख के आवास पर पहुंचे थे । बताया जा रहा है कि धमकी देकर विरोध करने वाले चार नंबरों की जानकारी FIR में दी गई है साथ ही इस मामले में मुंबई सहित दूसरी जगह से दरगाह पर फोन कर विरोध और धमकी आदि दी जा रही है। और दरगाह को बदनाम करने की साजिश की जा रही है जिससे समाज में जन आक्रोश पैदा हो जाए और हिंदू मुस्लिम समाज में दूरियां बढ़ जाए।
इस मामले में सदर कोतवाली पुलिस ने 6 लोगो पर मुकदमा दर्ज किया है पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 427,501,504,505,506 के तहत मामला दर्ज किया है ।


- इस मामले में पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में क्या है ? जानिए।
थाना कोतवाली, बरेली को दी गई शिकायत में बताया गया है कि प्रार्थी के पिता हरत मौलाना मो सुव्हान रजा खाँ (सुब्हानी मियाँ) एक विश्वविख्यात धर्मगुरू होने के साथ विश्वविख्यात सुनी सूफी खानकाही बरेलवी विचारधारा के सबसे बड़े भारतीय केन्द्र विश्व प्रसिद्ध गरजे अहले सुन्नत दरगाहे आलाहजरत के प्रमुख और मुतावल्ली हैं. जिनकी आयु इस समय लगभग 76 वर्ष है और पिछले कई वर्षो से निरतर अस्वस्थ्य रह रहे हैं, उनको अब तक दो बार हार्ट अटैक हो चुका है, उनके हृदय में स्टैंड भी पड़ चुके है और वह काफी गंभीर हृदय रोगी होने के साथ शुगर पेशेट भी है। अभी गत माह खुशलोक हास्पिटल के आई. सी. यू. वार्ड में लगभग 20 दिन तक भर्ती भी रहे है। कटर्स ने उन्हें बेड रेस्ट करने और चिता तथा मानसिक तनाव से मुक्त रहने की सलाह दी है और कहा है कि इनके लिए मानसिक पीडा तथा मानसिक तनाव हानिकारक और जानलेवा हो सकता है। अभी पिछले दिनो दरगाह आलाहजरत पर स्थित मदरसा मजरे इस्लाम जिसके मेरे पिता हजरत सुव्हानी मियाँ साहब प्रबन्धक भी है और यह शैक्षिक संस्थान उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ से मान्यता प्राप्त और उत्तर प्रदेश हुकूमत से अनुदानित है उसके प्रधानाचार्य, शिक्षकों तथा छात्रो द्वारा रजिस्ट्रार उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के आदेशानुसार विश्व योगा दिवस पर एक व्यायाम कार्यक्रम कराया गया जिसको लेकर रेता-बजरी कारोबारी सलमान हरून सिद्दीकी पुत्र श्री मो हसन सिद्दीकी निवासी किला रेलवे क्रासिग बरेली द्वारा प्रिट, इलेक्ट्रानिक मीडिया तथा सोशल मीडिया पर मरकजे अहले सुन्नत दरगाहे आलाहजरत की छवि और दरगाह प्रमुख मेरे पिता हजरत सव्हानी मियाँ साहब की छवि तथा मेरे बड़े भाई और दरगाह आला हजरत के सज्जादनशीन हरत मुफ्ती मो अहसन रजा कादरी ( अहसन मिया) की छांचे बिगाडने और आलाहजरत के स्थापित कर्दा मदरसा मजरे इस्लाम को बदनाम करने की साजिश करते हुए मेरे बड़े भाई तथा सज्जादा नशीन हजरत अहसन मियाँ साहब के नाम एक ऑडियो मेसेज मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल किया और उसके द्वारा दरगाह दरगाह प्रमुख दरगाह के सज्जादानशीन मदरसा मजरे इस्लाम, मदरसा मंजरे इस्लाम के शिक्षको, मुफ्तियों, धर्म गुरुओं और छात्रों के विरूद्ध जनाक्रोश पैदा किया, जन भावनाओ को भडकाया और बलवा कराने का प्रयास किया और यह कहकर आलाहजरत के अनुयाइयों को भ्रमित किया कि उक्त लोगों ने योगा दिवस मनाकर कुफ और शिर्क का काम किया है और योगा दिवस मनाना नाजायज, गलत और हराम है। इसके साथ ही सलमान हसन ने अपने कुछ खास लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर दरगाह और दूरगाह प्रमुख और सज्जादा नशीन एवं मदरसा मजरे इस्लाम और उसके शिक्षकों व छात्रों के विरूद्ध धार्मिक भावन ओ को आक्रोशित तथा उकसाकर एक धार्मिक जनसमूह को इस बात के लिए प्रेरित किया और उकसाया कि यह जनसमूह आक्रोशित होकर उक्त लोगो के विरुद्ध वैचारिक, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तथा भौतिक रूप से शारिरिक हमले करे। मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सलमान हसन और उनके खास आदमियो द्वारा दिनाक 21- 06-2023 योगा दिवस से लेकर अब तक जो दरगाहे आलाहजरत दरगाह प्रमुख, दरगाह के सज्जादा नशीन और मदरसा मजरे इस्लाम के विरूद्ध इन लोगो ने जो दुष्प्रचार करके जन भावनाओं को आक्रोशित किया था उससे प्रेरित होकर कुछ अज्ञात लोगों ने दिनाक 04-07- 2023 को रात्रि में मदरसा मंजरे इस्लाम के हस्टल पर लगे बोर्ड के साथ तोडफोड करते हुए नीचे गिरा दिया. इसके साथ ही सलमान हसन और उसके आदमियो द्वारा सामूहिक रूप से एक जनसमूह को दरगाह प्रमुख, सज्जादा नशीन, मजरे इस्लाम तथा दरगाह आलाहजरत के विरूद्ध आक्रोशित किया था उससे प्रेरित होकर मो उबैद रजा उर्फ समीर नामी शख्स ने पहले अपने मोबाइल नम्बर- 7208136587 द्वारा दरगाह के सज्जादा नशीन और मेरे बड़े भाई हजरत मुफ्ती अहसन रजा खान को निरंतर कई दिनों तक फोन कल करके मानसिक पीड़ा पहुचाई और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मेरे भाई ने कहा कि योगा दिवस के तौर पर जो कुछ भी यहाँ हुआ हम उसकी जाँच पड़ताल कर रहे हैं और सुन्नी बरेलवी समुदाय का मौलाना असजद रजा खाँ साहब अपने को काजी ए हिन्दुस्तान और मोहद्दिस्से कबीर हजरत अल्लामा जियाउल मुस्तफा साहब पुत्र हरत अल्लामा अमजद अली साहब प्रबन्धक जामिया अमजदिया कस्वा घोसी जिला मऊ अपने को उप काजी ए हिन्दुस्तान कहते है और उनके लोग इन दोनों को अपना सबसे बड़ा आलिम और मुफ्ती मानते है इसलिए योगा दिवस मनाना जायज है या नाजायज, सही है या गलत, इसका फैसला यह दोनो लोग स्पष्ट रूप से नही कर देते तब तक हम प्रतीक्षा कर रहे है कि तथाकथित काजी ए हिन्दुस्तान मौलाना असजद रजा खाँ साहब और उप काजी ए हिन्दुस्तान अल्लामा जियाउल मुस्तफा साहब योगा दिवस मनाने को स्पष्ट रूप से नाजायज व हराम और गलत होने का अपने लेटर पैड पर अपने नाम व हस्ताक्षर व मोहर के साथ फतवा जारी करे तब हम अगली कार्यवाही करेंगे । इस बात पर उक्त तथाकथित मो उवेद रजा उर्फ समीर नामी व्यक्ति ने बहस शुरू कर दी और हजरत मुफ्ती मो अहसन मियाँ साहब की बाते उनकी इजाजत के बिना रिकर्ड करके वायरल कर दी। इसके बाद दिनाँक 03-07-2023 को रात्रि मे मेरे अस्वस्थ्य पिता हजरत मौलाना मो सुव्हान राजा खाँ (सुव्हानी मियाँ) साहब को उक्त उवैद रजा नामी व्यक्ति ने अपने मोवाइल नम्बर 7208136587 से निरतर कल करके उनके मानसिक तनाव देना प्रारम्भ कर दिया मोबाइल पर जो कुछ भी वह बाते करता उसे दरगाहे आलाहजरत और दरगाह प्रमुख की छवि खराब करने, उनके विरुद्ध जनभावनाओं को भड़काने और जनाक्रोश उत्पन्न करने की इच्छा से सोशल मीडिया पर वायरल करने लगा। फिर दिनाँक 04-07-2023 को रात्रि 9 बजे से प्रातः 10:30 बजे तक मेरे पिता और दरगाह प्रमुख हजरत सुव्हानी मियों साहब का जो विश्राम का समय है उसमे निरतर कल करके उनके उतेजित और मानसिक तनाव देता रहा जिससे उनका ब्लड प्रेशर और शुगर जानलेवा की सीमा तक बढ़ गया। अपने इस कृत्य से उसने सोशल मीडिया और दरगाह आलाहजरत के लाखो करोडों अनुयाइयों में दरगाह प्रमुख के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई और दरगाह प्रमुख के मान- सम्मान को ठेस पहुचाई, मानसिक, शारिरिक और मान सम्मान को हानि पहुचाई यदि मानसिक पीड़ा और मानसिक तनाव की वजह से दरगाह प्रमुख के साथ कोई अप्रिय घटना घट जाती तो दरगाह के देश-विदेश में मौजूद लाखो अनुयाई आक्रोशित हो जाते और देश- प्रदेश तथा बरेली और दरगाह आलाहज़रत के परिसर की शांति भग हो जाती।
उक्त उबैद रजा नामी व्यक्ति के अतिरिक्त मो शहजाद आलम निवासी कायमगंज तहसील बिलासपुर थाना खजुरिया जनपद रामपुर मोबाइल नम्बर 9917862958 ने भी टरगाह आला हजरत दरगाह प्रमुख दरगाह के सज्जादानशीन और मदरसा मजरे इस्लाम के शिक्षको एव छात्रों के विरूद्ध अपने यू ट्यूल चैनल (Mufti Shahzad Alam Misbahi) पर एक ऑडियो • अपलोड करके जनभावनाओं को भड़काकर एक धार्मिक जनसमूह को आक्रोशित करके हमला करने के लिए उकसाया। यूँ ही तथाकथित नूर आलम नामी व्यक्ति ने अपने मोबाइल नम्बर 9769743275 और अनीस आलम सिवानी मोबाइल नम्बर 7753837718 और काजी मुश्ताक आलम निजामी कर्नाटक ने भी अपने मोबाइल नम्बर 9916767092 द्वारा दरगाह आलाहजरत दरगाह प्रमुख दरगाह के सज्जादानशीन मदरसा मंजरे इस्लाम आदि के विरुद्ध खूब दुष्प्रचार किया, जनभावनाओं को आहत किया और जनाक्रोश उत्पन्न किया। ज्ञात रहे कि सलमान हसन सिद्दीकी इससे पहले भी दरगाह की शांति भंग करने के कई कार्य कर चुका है, सौदागरान के हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द को बिगाडने वाले कई कार्य यह व्यक्ति कर चुका है जैसे सौदागरान स्थित एक मकान को खरीदने की वजह से हिन्दुओं के पलायन वाला प्रकरण हुआ था। यह व्यक्ति सलमान हसन बरेली और दरगाह आलाहज़रत परिसर में कई बार बलवा कराने का प्रयास भी कर चुका है। यह व्यक्ति अपराध छवि का है जो दरगाह आलाहजरत के नाम से अपने मोबाइल नम्बर 8126500700 शासन प्रशासन में दरगाह प्रमुख बनकर दिन प्रतिदिन फोन करता है जिसकी शिकायत गत दिनों थाना कोतवाली बरेली में करके एक मुकदमा भी पंजीकृत हुआ था। इसके साथ यह दिन प्रतिदिन सौदागरान में आकर दरगाह परिसर की शांति भंग करने के कार्य करता रहता है और अनुयाइयों के साथ दबंगई करता है। उनकी साइकिलो और मोटर साइकिलों को क्षति पहुचाता है जिसकी शिकायत पूर्व मे थाना कोतवाली बरेली में की गयी थी। दरगाह आलाहज़रत के नाम से दरगाह का सचिव बनकर टोल प्लाजा पर अपनी तथा साथियों की गाडियाँ नि शुल्क निकलवाने के लिए अपने मोबाइल से फर्जी कल करता है जिस पर दोहना टोल प्लाजा द्वारा मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया था। यह सलमान हसन नामी व्यक्ति अपने मोबाइल से दरगाह का नाम लेकर अपने रेता-बजरी की ट्रालियाँ दरगाह पर निर्माण कार्य का फर्जी हवाला देकर ट्राफिक पुलिस को फोन करके नो इन्ट्री में निकाले जाने का दबाव भी बनाता है । अत श्रीमान जी से निवेदन है कि उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे।