हापुड में राहुल गांधी पर मेहरबान बीजेपी, चुनावी घमासान की जंग हुई दिलचस्प?

ब्यूरो रिपोर्ट: (NEWS FLASH INDIA) - Part 1
देश की चुनावी राजनीती में धुर विरोधी प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस में से एक नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी वर्तमान में सत्ता पर काबिज है, तो दूसरी देश की सत्ता में सबसे लंबे समय काबिज रही राहुल गांधी की वो कांग्रेस पार्टी है जो वर्तमान में मुख्य विपक्षी दल के रूप में अपने अस्तित्व को लेकर भी संघर्ष कर रही है। बीजेपी कांग्रेस पर तमाम घोटालों के आरोप लगाती रही है और कांग्रेस को जनता की नजर में भ्रष्टाचारी सिद्ध करने का कोई मौका नहीं चूकती।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों में अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़वाने की घोषणा की थी। ऐसे में इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में 2023 के निकाय चुनावों को लेकर अपने उन कर्मठ कार्यकर्ता की उपेक्षा कर सकती है जिसने वर्षो के अथक संघर्ष से उसे सबसे बड़े राजनैतिक दल होने का गौरव प्रदान किया है।
हापुड में वर्तमान राजनीति की धुरी किस प्रकार बन गए राहुल गांधी?
दरअसल मामला निकाय चुनाव 2023 के प्रत्याशियों की सूची घोषित होने के बाद गरमा गया है। जहां अनेक स्तर पर हापुड़ बीजेपी संघठन द्वारा अपने कर्मठ सदस्य और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर पैराशूट लैंडिंग से आये नए लोगो को पार्टी में शामिल किया है और उनकी जमीनी हकीकत से रूबरू हुए बिना ही उन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
ऐसा ही एक मामला जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के वार्ड नंबर 21 से सामने आया है। जहां से एक ऐसे व्यक्ति को बीजेपी ने टिकट दिया है जिसको लेकर पार्टी के संघठन में ही दो फाड़ की स्थिति पैदा हो गई है।
एक ऐसा व्यक्ति ,जिसके द्वारा सामाजिक स्तर पर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख राहुल गांधी का प्रचार -प्रसार किया जा रहा है , एक ऐसा व्यक्ति जिसका भाजपा और उसके नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा से दूर दूर तक कोई वास्ता तक नहीं । एक ऐसा व्यक्ति जिसके लिए आज भी राहुल गांधी ही उनके आदर्श है और ऐसे व्यक्ति को हापुड़ भाजपा इकाई ने गढ़मुक्तेश्वर वार्ड संख्या 21 से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। हापुड़ बीजेपी ने शायद हापुड़ जिले में टिकट प्राप्त करने का ये कोई नया फॉर्मूला विकसित किया है कि "राहुल गांधी की फोटो लाओ , और बीजेपी का टिकट ले जाओ।"
भाजपा के उक्त घोषित प्रत्याशी और कांग्रेस पार्टी में भी अनेक समानताएं हैं। जिनमे प्रमुख है चुनावी ट्रैक रिकॉर्ड । जिस तरह लोक सभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से कांग्रेस लगातार चुनावी प्रदर्शन दोहराती आ रही है ऐसा ही इस प्रत्याशी के साथ है। न तो कांग्रेस पार्टी कोई चुनाव जीत सकी है और इसी प्रकार न वर्तमान में वार्ड नंबर 21 से घोषित वो कांग्रेसी नुमाइंदे , जिनपर ना जाने किन खूबियों के चलते हापुड बीजेपी अध्यक्ष उमेश राणा से लेकर कुछ चुनिंदा लोग इतने मेहरबान हो गए की राहुल गांधी के चेहरे से ही स्वयं की सामाजिक छवि बनाने वाले राकेश शर्मा आज उनके कृपा पात्र बन गए।
भारतीय जनता पार्टी के महत्वपूर्ण लोगो द्वारा पत्राचार के द्वारा भी पार्टी के आला पदाधिकारियों को सूचित कर आगाह किया गया ,पर फिलहाल तो यह कहना ही ठीक होगा की राहुल गांधी के चेहरे का जादू हापुड बीजेपी के कुछ ऐसे लोगो के सर चढ़कर बोल रहा है,
जिन्होंने अपने कार्यकर्ताओं की आवाज दरकिनार कर राहुल गांधी को अपना आदर्श मानने वाले राकेश कुमार शर्मा को हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के वार्ड नंबर 21 से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है
जो पूर्व में भी चुनाव तो लड़े लेकिन जनता ने अपना समर्थन उनको बीते चुनावों में भी नहीं दिया।
इस ट्रेक रिकॉर्ड के बावजूद इस प्रत्याशी को बीजेपी द्वारा टिकट दिया जाना एक अचरज का विषय है और फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि हापुड़ में राहुल गांधी पर भारतीय जनता पार्टी मेहरबान है। आगामी निकाय चुनाव की जंग में ऐसे ही दिलचस्प मामलो को आपके पास पहुंचाएगा "न्यूज़ फ्लैश इण्डिया"।
To Be Continued....
Part 2...... Coming Soon